2017, Vol. 2 Issue 1, Part A
जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से नेतà¥à¤° रोग की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ व विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£
Author(s): Deepti Tyagi
Abstract: नेतà¥à¤° शरीर का वह अंग है जो विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ करता हैं | यह मानव के शरीर की à¤à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯ हैं | आà¤à¤–ें अतà¥à¤¯à¤‚त जटिल जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ हैं | आà¤à¤– या नेतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें वसà¥à¤¤à¥ का दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ होता है। दृषà¥à¤Ÿà¤¿ à¤à¤• जटिल पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है, जिसमें पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ किरणों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ संवेदिता, सà¥à¤µà¤°à¥‚प, दूरी, रंग आदि सà¤à¥€ का पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· जà¥à¤žà¤¾à¤¨ समाहित है। मानव शरीर में दो आà¤à¤–े होती हैं | जो दायीं-बायीं दोनों ओर à¤à¤•-à¤à¤• नेतà¥à¤° कोटरीय गà¥à¤¹à¤¾ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहती है। ये लगà¤à¤— गोलाकार होती हैं तथा इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नेतà¥à¤°à¤—ोलक कहा जाता है। आà¤à¤–ों में फोटो रिसेपà¥à¤Ÿà¤° होते हैं | जो कि पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ को विदà¥à¤¯à¥à¤¤ सिगà¥à¤¨à¤² में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ करता हैं | फिर यह सिगà¥à¤¨à¤² ऑपà¥à¤Ÿà¤¿à¤• सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥ मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• में पहà¥à¤à¤šà¤¤à¤¾ हैं और वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को दृषà¥à¤Ÿà¤¿ की अनà¥à¤à¥‚ति होती हैं | दृषà¥à¤Ÿà¤¿ वह संवेदन है, जिस पर मनà¥à¤·à¥à¤¯ सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• निरà¥à¤à¤° करता है। इसके सबसे गहरे à¤à¤¾à¤— में à¤à¤• गोल छिदà¥à¤° (फोरामेन) होता है, जिसमें से होकर दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ कपालीय तनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ (ऑपà¥à¤Ÿà¤¿à¤• तनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾) का मारà¥à¤— बनता है। नेतà¥à¤° के ऊपर व नीचे दो पलकें होती हैं। ये नेतà¥à¤° की धूल के कणों से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ करती हैं। नेतà¥à¤° में गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ होती हैं। जिनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पलक और आà¤à¤– सदैव नम बनी रहती हैं। मनà¥à¤·à¥à¤¯ में अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के नेतà¥à¤° रोग होते हैं जैसे कि जनà¥à¤® से अà¤à¤§à¤¾ होना, मोतियाबिंद होना, रात में दिखाई न देना, कà¤à¥€ किसी बिमारी से रोशनी चली या कम हो जाती है। जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ में जनà¥à¤®à¤œà¤¾à¤¤ रोग के अलावा वात, पितà¥à¤¤ व कफ से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होने वाले रोग शारीरिक à¤à¤µà¤‚ मानसिक रोगों के योग बतलाये गये हैं |
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Deepti Tyagi. जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से नेतà¥à¤° रोग की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ व विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£. Int J Jyotish Res 2017;2(1):09-12.